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निघण्टुः
Nighantuh
By : Swami Dayanand Saraswati In : Hindiयह ग्रन्थ ऋग्वेदी लोगों के पठितव्य दश ग्रन्थों में है। विशेष कर वेद और सामान्य से लौकिक ग्रन्थों से भी सम्बन्ध रखता है। यह मूल और इसका भाष्य 'निरुक्त' यह दोनों ग्रन्थ यास्कमुनिजी के बनाये हैं। सदा से चले आने से प्राचीन हैं। इसको बहुत पुस्तकों से मिलाकर जो जो पुस्तकान्तरों में विशेष शब्द पाये वे नोट में धर दिये हैं। आकारादिशब्दक्रम से इसकी शब्दानुक्रमणिका भी बनाकर छपवाई है कि जिससे जिस शब्द को देखना चाहै झटिति देख सकता है।
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Title : निघण्टुः
Sub Title : N/A
Series Title : वेदाङ्ग प्रकाशः
Language : Hindi
Category :
Subject : संस्कृत व्याकरण
Author 1 : स्वामी दयानन्द सरस्वती
Author 2 : N/A
Translator : N/A
Editor : N/A
Commentator : N/A
Publisher : Arya Sahitya Mandal Limited
Edition : 1st
Publish Year : 1969
Publish City : Ajmer
ISBN # : N/A
http://www.vediclibrary.in/book/nighantuh